hindi story Options
मोती भी उसको अपने हाथों से रोटी खिलाता।नैतिक शिक्षा – जो दूसरों के दर्द को समझता है उसे दुःख छू भी नहीं पता।आज मिस्टर शामनाथ के घर ची�
मोती भी उसको अपने हाथों से रोटी खिलाता।नैतिक शिक्षा – जो दूसरों के दर्द को समझता है उसे दुःख छू भी नहीं पता।आज मिस्टर शामनाथ के घर ची�